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Thursday, April 12, 2012

सीमा पर मरें या देश के अन्दर; मरने वाले हमारे अपने होंगे, इनका कोई नहीं, इसलिए देशवासी सावधान

मान लो चीन आक्रमण करदे ! भारत भी कमजोर नहीं है, जाहिर है युद्ध लम्बा चलेगा। सीमा पर सैनिक मरेंगे, देश के अन्दर भी सैनिकों के साथ-साथ साधारण नागरिक नक्सलवादियो, आतंकवादियों द्वारा मारे भी जाते हैं तब और ज्यादा मरेंगे क्योंकि इन्हें भी चीन उकसाता रहता है।
लब्बो-लुआब ये है कि देश पर संकट छा रहा है, अधिकतर जनता सोयी हुयी है। बाबा रामदेव जगाने का अभियान चलाये हुए हैं उनसे सरकार (कांग्रेस) की नाक में दम हो रखा है। एक तरह से इनका वंश नाश होने का खतरा इन्हें नजर आने लगा है। बहुत कोशिश कर ली सारे पासे उलटे पड़ रहे हैं। कभी अन्ना को लेकर आगे बढे तो इनके हाथों उनकी लगाम छूट गयी। बदनाम करने की जितनी कोशिशें मीडिया के द्वारा कर सकते थे कर ली कोई लाभ नहीं हुआ,अपने "दिग्भ्रमित नेता" को तो छोड़ा ही था इसलिए कि अनाप-शनाप बोलता रहे पर कोई फर्क नहीं पड़ा
ऐसे में चीन आक्रमण करदे;देश में हा-हा कार मच जाये, नक्सलवादी, आतंकवादी भी अपना काम बढ़ा दें तो जनता का ध्यान मुख्य मुद्दों से हट जायेगा
युद्ध में और नक्सलवाद-आतंकवाद से जो सैनिक और अन्य लोग मरते हैं वो इनके अपने तो होते नहीं वो तो हमारे होते हैं,आम जनता के होते हैं; जो पैदा ही इनकी सुरक्षा,सेवा-सुश्रुसा के लिए हुए हैं
चीन बुरी नीयत से एकदम सर पर आकर बैठ गया है; जाने कब हमला कर देनक्सलवादियों ने उसका साथ देना है ऐसा अंदाजाउसके पकडे गए जासूसोंसे लगता हैआतंकवादी तो उसके और पाकिस्तान के समर्थक होते ही हैं
तो ! क्या होगा ? युद्ध होगा, लम्बा चलेगा; क्योंकि भारत भी कमजोर नहीं है

पर; एक बात समझ नहीं आई कि पिछले कुछ समय से गाहे-बगाहे मीडिया इस बात को बताता रहता हैफिर भी सरकार मोटी वाली रजाई ओढ़ कर सोयी हुयी है। कानों में रुई डाल रखी है
देश वासियों के लिए ये चेतावनी है कि ये वही कांगेस है जिसने अपने स्वार्थ के लिए देश के टुकड़े करवा दिए, ये वही कांग्रेस है जिस पर जब भी संकट आया है कोई कोई अनहोनी हुयी और संदेह के घेरे में रहीऔर साथियो बहुत से संदेह आज तक अनसुलझे इस देश की हवा में तैरते मिल जाते हैं
इसलिए सभी देश वासी सावधान रहें आने वाले समय में सीमाओं पर युद्ध छिड़ सकता है देश के अन्दर दंगे भड़क सकते हैं , आन्दोलन करने वालों या लोकप्रिय शख्सियतों की हत्याएं हो सकती हैं इनके पास ऐसे बहुत से हथकंडे हो सकते हैं जिनसे लोगों का ध्यान इन मुख्य आन्दोलनों से हट जाये, पूरा देश हाहाकार करने लग जाये और तब ! इनके चमचे; जो मीडिया में और पत्रकारिता में और समाज के हर क्षेत्र में होते हैं वो; जनता को भ्रमित करेंगे कि देश बचाना है इसलिए... सरकार के नाम पर कांग्रेस का साथ देना चाहिए ऐसी मज़बूरी हैतब क्या होगा क्या देश का साधारण आदमी इनकी इन साजिशों को समझ पायेगा ?

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