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Thursday, March 18, 2010

माला का नया फैशन

क्या अब मालाओं का नया फैशन चल पड़ेगा, देखने के लिए चुपचाप बैठे रहियेअगर बैठा नहीं जाता तो हाथ पटकिये, पर गुस्सा काबू में रखियेऔर तनाव भी काबू करिए वरना बी.पी. हाई हो जायेगा, क्योंकि कुछ कर नहीं सकते ना आपके समझाने में कोई आएगा ना आप किसी को रोक सकतेहाँ; एक बात से सावधान रहना कि कहीं आपको बाजार में नकली नोट तो नहीं मिल रहे हैं; क्योंकि असली नोट तो मालाओं किभेंट चढ़ गए हैं

3 comments:

  1. .मायावती की माला, आधी बिल्ली और इंजीनियर...


    .
    लड्डू बोलता है.....
    http://laddoospeaks.blogspot.con

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  2. पिछली पोस्ट भी अभी पढ़ी. बहुत अच्छी लगी. सही बात है कि दलितों में भी सवर्ण हो गये हैं. दूसरी यह कि मुलायम ने सैफई में करोड़ों रुपये का हवाई अड्डा सिर्फ अपने लिये बनवा डाला, उसका विरोध क्यों नहीं किया जाता. सत्ता का चेहरा बदलता है, चरित्र नहीं.

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