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Sunday, November 1, 2009

कानून का शिकंजा

बड़ा मजबूत है,इस बार मधु कोडा पर कस गया है , अब नहीं बचेगा ये “पूर्व सी.एम ऑफ झारखण्ड”। आज तक कोई बचा है…? ये भी नहीं बचेगा। कैसे- कैसे मंत्री-संतरी (अधिकारी-कर्मचारी) आज जेलों के अन्दर चक्की पीस रहे हैं , कई तो फांसी पर चढा दिए हैं। कितना कड़ा कानून है हमारा ।

२.इन जैसों की संपत्ति से ही तो सरकार का काम चल रहा है, वरना हम (आम जन) सरकार को क्या दे रहे हैं चलने के लिए । हमारे नेता-अधिकारी करोड़ों-अरबों कमाते हैं तब कुछ सरकार (अपने साथियों) को कुछ अपने रिश्तेदारों को देते हैं , दुनिया या सरकार इसी तरह चल रही है।

३. ये विद्या, ऐसे लोगों को (कोड़ा जैसों को ) सार्वजानिक करनी चाहिए । मतलब एक किताब लिखनी चाहिए ,मेरा दावा है कि पूरी दुनिया में मैनेजमेंट कोर्सों व अन्य संस्थानों और नेताओंमें बेहिसाब बिकेगी इनके धन में और बढोतरी होगी साथ ही इनका काला धन सफ़ेद भी होगा ।
४. किताब का टाईटल होना चाहिए पद मिलते ही कमसेकम समय में अधिक धन कैसे कमायें और ठिकाने लगायें।

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