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Saturday, December 6, 2008

शाबास मीडिया

"शाबास मीडिया"
इतनी जिम्मेदार, जागरूक,जान-जोखिम में डालने वाली पत्रकारिता(न्यूज चैनल्स)
और पत्रकार केवल भारत में ही हो सकते हैं। निर्णयात्मकता के साथ-साथ
कहानी बनाने और प्रस्तुतीकरण में भी बेजोड़। बारीक़ से बारीक़ नजर ख़बरों
की तह तक ही नही बल्की जो ख़बर न भी हो उसे भी खबर बना देती है।
नक्शों द्वारा विस्तृत वर्णन;समझाने का ढंग ऐसा कि इसका लाभ हमारी
सरकार के
साथ-साथ आतंकवादी भी उठा सकते हैं। हमारी सुरक्षा कहाँ
कमजोर या चाक- चौबंद है या कौन सेलिब्रिटी बिना सुरक्षा गार्ड के है
सब पर इनकी नजर रहती है। ये सब(शायद) अभी तक निस्वार्थ भावः से ही करते होंगे।
इन्हें किसी की नजर लगे
या
इन पर किसी(भारत-सरकार)की नजर लगे।
क्या कहूँ?

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